भीलवाड़ा : Tourist Spot
राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र में स्थित भीलवाड़ा राज्य के सबसे बड़े जिलों में से एक है और ऐतिहासिक महत्व के कारण पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय है। हालांकि, कई धार्मिक स्थलों की उपस्थिति के कारण यहां हिंदू धर्म के अनके श्रद्धालु भी आते हैं। भीलवाड़ा का इतिहास 11वीं शताब्दी से संबंधित है और उस समय यह क्षेत्र मेवाड़ राजाओं के अधीन था। हालांकि, इस जगह की स्थापना की असल तारीख और समय का अब तक पता नहीं चल पाया है।किवदंती है कि इस शहर का नाम यहां की स्थानीय जनजाति भील के नाम पर पड़ता है जिन्होंने 16वीं शताब्दी में मुगल बादशाह अकबर के खिलाफ मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप की मदद की थी। तभी से इस जगह का नाम भीलवाड़ा पड़ गया जिसका मतलब है भीलों की जमीन। आज ये जगह ऐतिहासिक महत्व रखती है और अब ये इस राज्य का औद्योगिक शहर भी बनता जा रहा है। क्या आप जानते हैं कि कुछ साल पहले मारे गए आतंकी ओसामा बिन लादेन का आधार कार्ड भी भीलवाड़ा में ही बना था। जी हां, इस ऐतिहासिक शहर में और भी बहुत रहस्य छिपे हैं। यहां पर आप प्राकृतिक स्थल जैसे झीलें और नदियां भी देख सकते हैं। तो चलिए जानते हैं भीलवाड़ा के प्रमुख स्थलों के बारे में।
हरनी महादेव
हरनी महादेव भीलवाड़ा की सीमा में एक और महत्वपूर्ण मंदिर है हरनी महादेव जो शहर के केंद्र से 8 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां पर सदियों पुराना शिवलिंग स्थापित है। इस शिवलिंग के बारे में कहा जाता है कि इसकी खोज दारक परिवार के पूर्वजों द्वारा सदियों पहले पहाड़ के अंदर की गई थी। बस, तभी से स्थानीय लोगों के बीच ये पवित्र स्थल लोकप्रिय हो गया। हालांकि, आज ये तीर्थस्थल श्रद्धालुओं के बीच बहुत लोकप्रिय हो चुका है और अब यहां पर हजारों की संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं। ये मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और शिव भक्तों में हरनी महादेव मंदिर की बहुत मान्यता है।
क्यारा के बालाजी मंदिर
मानसरोवर झील
भीलवाड़ा के किले
राजस्थान की किसी भी जगह की बात किलों के बिना पूरी ही नहीं हो सकती है। राजस्थान के हर जिले और कोने में कोई ना कोई किला जरूर होता है। भीलवाड़ा में भी आप कुछ किले देख सकते हैं। यहां पर आप बदनोरे किला और मंडलगढ़ किला आदि देख सकते हैं। अगर आप और किले देखना चाहते हैं तो भीलवाड़ा के पास चित्तौढगढ़ किला भी देख सकते हैं जोकि भीलवाड़ा से 65 किमी की दूरी पर स्थित है।
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